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Tuesday, 7 March 2017

मेरा रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला माए
रंग दे बसंती चोला
 दम निकले इस देश की खातिर बस इतना अरमान है
एक बार इस राह पे मरना सौ जन्मों के समान है
देख के वीरों की कुर्बानी आऽऽ आऽऽ
अपना दिल भी बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला...
जिस चोले को पहन शिवाजी खेले अपनी जान पे
जिसे पहन झांसी की रानी मिट गयी अपनी आन पे
आज उसी को पहन के निकला आऽऽ आऽऽ
हम मस्तों का टोला
मेरा रंग दे बसंती चोला...
ब़डा ही गहरा दाग है यारों जिसका गुलामी नाम है
उसका जीना भी क्या जीना जिसका देश गुलाम है
सीने में जो दिल था यारों आऽऽ आऽऽ
आज बना वो शोला
                                                     मेरा रंग दे बसंती चोला...                          

आजादी के हम दीवाने आजादी ले आएंगे ê
खुशहाली और अमन की अपनी दुनिया नयी बसाएंगे
इन्कलाब है लाना हमको आऽऽ आऽऽ
बच्चा बच्चा बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला...
धरती की जब मुक्ति होगी सरमाये के जाल से
मानव की भी मुक्ति होगी शोषण के जंजाल से
व्दार भाग्य का यारों हमने आऽऽ आऽऽ
सबके लिए है खोला,    मेरा रंग दे बसंती चोला...
 -  प्रेम धवन

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